*** जेडीन्यूज़ विज़न ***
आगरा : : एत्मादपुर: मोहर्रम के महीने में पैगंबरे इस्लाम हजरत मुहम्मद साहब के नवासे हजरत इमाम हुसैन को 71 साथियों के साथ कर्बला के मैदान में क्रूर शासक यजीद की फौज ने तीन दिन की भूख प्यास की शिद्दत में शहीद कर दिया था। उनकी याद में हर वर्ष मुहर्रम के महीने में मुस्लिम समुदाय के लोग कुरान शरीफ तिलावत करते हैं, मीठा शरबत, फल, भोजन आदि वितरित करते हैं और मोहर्रम की 10 तारीख को ताजिये भी निकालते हैं। वही इस माह शहरों से लेकर गांव-गांव में अखाड़े भी खेले जाते हैं। जिसमें मुस्लिम समुदाय के लोग नए-नए करतब दिखाकर हजरत इमाम हुसैन की शहादत को याद करते हैं। इसी क्रम में
मुस्लिम युवा नए-नए करतब दिखाकर इमाम हुसैन को याद कर रहे हैं। जिनकी हौंसला अफजाई करने के लिए पहुंचे ।
सलमानी का मालाएं पहनाकर भव्य स्वागत किया गया है। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि कर्बला ए मैदान की जंग न तो दौलत के लिए थी, न जमीन के लिए यह जंग थी सिर्फ हक व बातिल और इमान के लिए। उन्होंने कहा कि मैदान ए कर्बला में हजरत इमाम हुसैन की शहादत ने दुनिया में किया है। इमरान अली पूर्व नगर अध्यक्ष समाजवादी पार्टी नौशाद फरीदी सिद्धकी कुरेशी फारूक अहमद सोनू कुरैशी जिंदगी इमरान अल्वी, जफर अल्वी, इरशाद अल्वी, राजा कुरैशी, पत्रकार, आदि लोग उपस्थित रहे।