** जेडीन्यूज़ विज़न ***
लखनऊ: : नगर आयुक्त के निर्देश पर पारा जोन-6 अंतर्गत डिप्टीखेड़ा , शकुंतला मिश्रा विश्व विद्यालय मार्ग तथा आस पास क्षेत्र पर नगर निगम द्वारा कार्यवाही करते हुए अवैध डेरी हटाने का अभियान पुलिस बल, प्रवर्तन दल तथा कैटल कैचिंग कर्मचारियों के सहयोग से पशु कल्याण अधिकारी डॉ. अभिनव वर्मा के नेतृत्व में चलाया गया जिसमे मौके पर कुल 17 भैंस 2 पड़िया को पकड़कर नगर निगम द्वारा संचालित ठाकुरगंज स्थिति कांजी हाउस में निरुद्ध किया गया, जिन्हे नियमानुसार कार्यवाही के बाद ही रिहा किया जायेगा। अभियान के दौरान पशुपालकों द्वारा कैटल कैचिंग दस्ते को घेरकर अवरोध उत्पन्न करने की कोशिश की गई जिसे पुलिस बल द्वारा शांत करवाया गया। अवैध डेरी संचालकों द्वारा पशुओ को खाली प्लॉट पर बाँध कर अतिक्रमण किया गया था,तथा गोबर सडक पर बहाया जा रहा था जिससे वर्षा के महीने में मुख्य मार्ग बाधित हो रहा था और आवागमन प्रभावित होने के साथ साथ कई प्रकार की बीमारियों का खतरा बना हुआ था। पशुओं को दूध दुहने के उपरांत खुला छोड़ दिया जाता था, जिनके द्वारा हमले की शिकायत भी प्राप्त हो रही थी।
उक्त क्षेत्रों से निरंतर गंदगी फैलाने और गोबर सड़क में बहाने की शिकायत क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि द्वारा निरंतर प्राप्त हो रही थी,जिससे नालियां चोक हो रही थी तथा कई जनसूचना अधिकार, तथा ढ्ढत्रक्रस् के तहत कार्यवाही भी लंबित थी और चेतावनी तथा नोटिस देने के बाद भी डेरी संचालकों द्वारा डेरी नहीं हटाई गयी थी। नगर निगम लखनऊ द्वारा अधिकतम दो गाय लाइसेंस के साथ पालने की अनुमति है।
नगर निगम अधिनियम 1959 के अनुसार भैंस को अपदूषण कारक पशु माना गया है अत: नगर निगम लखनऊ द्वारा भैंस पालने की अनुमति नहीं दी जाती है।