****जेडीन्यूज़ विज़न ***
-मुंशी को चौकी में बंद कर पीटने के मामले में पुलिसकमियों पर सिद्ध हुए आरोप०००
लखनऊ : : सरोजीनगर थानाक्षेत्र अन्तर्गत बदालीखेड़ा पुलिस चौकी में प्रापर्टी डीलर के मुंशी सुधीर मौर्या से मारपीट करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ मारपीट, धमकाने और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। घटना से जुड़े पूरे प्रकरण का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने पर आलाधिकारियों ने दरोगा दिनेश यादव और सिपाही रवि को सस्पेंड कर विभागीय कार्रवाई करने का निर्देश दिया था।
सिपाही ने मुंशी को12 बार की थी कॉल०००
अवध विहार कालोनी निवासी सुधीर मौर्य ने सिपाही रवि पर आरोप लगाते हुए कहा कि उसे चौकी पर बुलाने के लिए सिपाही ने करीब 12 बार कॉल की थी। इनकार करने पर पुलिसकर्मियों ने उस पर हवाला कारोबार का आरोप लगाते हुए जबरन चौकी में बुलाया और घंटो बैठाए रखा था। उसे छोडऩे के लिए दरोगा दिनेश और सिपाही रवि ने छह लाख रुपये की मांग की थी। रुपयों का इंतजाम न होने पर पुलिसकर्मियों ने लात-घूसों और लोहे की रॉड से सुधीर की पिटाई की। इसके बाद सिपाही रवि ने पेटीएम के जरिए अपने खाते में छह हजार रुपये ट्रासंफर कराने
के बाद छोडने पर राजी हुआ।
जांच में पाया दोषी पाया गया सिपाही०००
मामला तूल पकडऩे पर एसीपी कृष्णानगर विनय द्विवेदी की जांच में चौकी इंचार्ज दिनेश और सिपाही रवि दोषी मिले हैं। जिसके बाद दोनों पुलिसकर्मियों को तत्काल सस्पेंड कर दिया गया। जांच में सामने आया है कि पेटीएम से रुपये लिए गए हैं। जिस एकाउंट में पैसे गए हैं वह सिपाही रवि कुमार का है। मुंशी ने बताया कि वह मोहम्मद फैयाज खान का मकान बनवा रहा था। बदालीखेड़ा चौकी पर तैनात सिपाही रवि आए दिन उनसे रुपयों की मांग करता था। गत 25 फरवरी को सुधीर ने यूपीआई के जरिए सिपाही के खाते में चार हजार और 18 मार्च को साढ़े छह हजार रुपये ट्रासंफर किए थे। असल में सिपाही रवि सुधीर का काम बंद करवाने की धमकी देता था।