जेडी न्यूज़ विजन उत्तर प्रदेश गोंडा।
तहसील संवाददाता मनकापुर ।
अमर चन्द्र कसौधन
मनकापुर /गोंडा: : बुद्ध उच्चतर माध्यमिक विद्यालय करनीपुर में बुद्ध पूर्णिमा के शुभ अवसर पर अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता प्रसिद्ध साहित्यकार साहित्य भूषण डॉक्टर सतीश आर्य ने एवं संचालन रविंद्र पांडे ने किया। कार्यक्रम का शुभारंभ बृजराज श्रीमाली की वाणी वंदना से किया गया। ईश्वरचंद मेंहदावली ने कहां- आया है शुभ जन्मदिन, दिव्य बुद्ध का आज। मना रहे हैं आप हम, पूरा विश्व समाज।। केदारनाथ मिश्र ललक ने पढ़ा- धीरे-धीरे सिखएं गुंडई, कईउ कत्ल कय डारय। जबर- जबर से बगल काटि कै, सिर्फ निबरिहक मारयं।। पंडित राम हौसिला शर्मा ने पढ़ा- जब से मिला संसर्ग तुम्हारा, मन देवालय बना हमारा। मेरे मन की पावनता को, कभी नहीं तुम कम पाओगे।। मीत मेरे अब कब आओगे। आरके नारद ने भगवान बुद्ध को समर्पित रचना सुनाकर श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया- आओ बुध के चले शरण में, जहां सत्य प्रकाश है। सबका हित है जहां सुरक्षित, जहां अमित विश्वास है।। सुरेंद्र राही ने पढ़ा – चलो बुद्ध की ओर, करुणा के सागर हैं ओ। कवि सम्मेलन के अध्यक्ष डॉक्टर सतीश आर्य ने पढ़ा- कौन कहता यहां न गुनाहगार हैं। जो भी दोगे सजा ओ स्वीकार है।। आग से न डराओ मेरे मीत तुम। मेरा जीवन स्वयं एक अंगार है।। विनीत कुशवाहा महक गोंडवी ने पढ़ा- जमाने से पराई क्यों, सदा ही बेटियां होती। गले लग कर तभी जब, बेटियां मां-बाप के रोती।। ईमान गोंडवी ने पढ़ा- घाव किस का भी हो, सबके लिए मरहम होगा। हाल कैसा भी हो बस, प्यार का मौसम होगा।। गया प्रसाद आनंद ने पढ़ा- हे बुद्ध करो मन शुद्ध, हमें दो जीवन का आधार। जगत में डंका बाज रहा है, तेरी हो रही जय जयकार।। सगीर सिद्दीकी ने पढ़ा- रोशन चराग शेरों अदब का किए हैं जो, हर दौर में यहां पर वह अहले कलम मिले। मुकेश नाकाम ने पढ़ा- तुम पहलू में बैठी हो, और रात ढली है। महफिल में सब अपनी- अपनी, परछाई में गुम बैठे हैं।। बृजराज श्रीमाली ने पढ़ा- ताल ना हो जाए, कहीं गांव गली का प्यार। पंजे पर पंजा धरे, माटी और कुमार।। अरबाज ई मानी ने पढ़ा- मिट्टी में जाकर मिल गया, मिट्टी का आदमी। आखिर उठा के कुछ ना, मिला दुनिया भर का बोझ।। याकूब अज्म गोंडवी ने पढ़ा- बन संवर कर न यूं आप निकला करें। लग ना जाए किसी की नजर ईद में।। इसके अलावा कई बाल साहित्यकारों ने अपनी रचनाओं से महफिल में समा बांधा खचाखच भरे विद्यालय प्रांगण में साहित्यकारों के रचनाओं पर श्रोताओं द्वारा जमकर तालियां बजाई गई। कार्यक्रम भोर तक चलता रहा। अंत में विद्यालय के प्रबंधक खुशीराम मौर्य ने आए हुए सभी साहित्यकारों, अभिभावकों, श्रोताओं, बच्चों का आभार व्यक्त किया। बुद्ध पूर्णिमा की शुभकामना दी।