***जेडीन्यूज़ विज़न ***
प्रदेश में मार्च के दूसरे सप्ताह से अब तक हुई अतिवृष्टि और ओलावृष्टि से 1,43,388 किसानों की 45,552.83 हेक्टेयर में उगी फसल खराब हुई है। सरकार ने किसानों को अब तक 75 करोड़ रुपये से अधिक मुआवजा वितरित किया है।
केंद्र सरकार के नियमों के तहत 33 प्रतिशत से अधिक फसल खराब होने पर प्रभावित किसानों को मुआवजा दिया जाता है। प्रदेश में मार्च के दूसरे सप्ताह में लखीमपुर खीरी से ओलावृष्टि और अतिवृष्टि का सिलसिला शुरू हुआ था। अब तक आगरा, बरेली, भदोही, चंदौली, फतेहपुर, हमीरपुर, हरदोई, हाथरस, झांसी, लखीमपुर खीरी, ललितपुर, मथुरा, प्रयागराज, संभल, उन्नाव और वाराणसी में अतिवृष्टि और ओलावृष्टि से किसानों की फसल खराब हुई है।
वाराणसी में सर्वाधिक 58,383 किसानों की 13,112 हेक्टेयर फसल, भदोही में 12,695 किसानों की 1230 हेक्टेयर, प्रयागराज में 12505 किसानों की 5694 हेक्टेयर, चंदौली में 11265 किसानों की 2986.81 हेक्टेयर, मथुरा में 10782 किसानों की 5302 हेक्टेयर, हरदोई में 7240 किसानों की 1975 हेक्टेयर और ललितपुर में 7888 किसानों की 6216.33 हेक्टेयर फसल खराब हुई है।
इसी प्रकार आगरा में 2604.15 हेक्टेयर मे 4738 किसानों, बरेली में 559.31 हेक्टेयर में 3067 किसानों, उन्नाव में 2801 हेक्टेयर भूमि पर 5505 किसानों, संभल में 150 हेक्टेयर में 700 किसानों, झांसी में 145 हेक्टेयर में 205 किसानों, हाथरस में 369 हेक्टेयर में 710 किसानों, हरीमपुर में 271 हेक्टेयर में 396 किसानों की फसल खराब हुई है।
राहत विभाग ने सभी जिलों को कुल 75 करोड़ रुपये से अधिक का मुआवजा वितरित किया है। राहत विभाग की परियोजना अधिकारी अदिति उमराव का कहना है कि पिछले कुछ दिनोंछूं हुई बरसात से कहीं फसल खराब होने की सूचना नहीं मिली है।