***जेडीन्यूज़ विज़न ***
मौसम विभाग के अनुसार, मोचा चक्रवात के 9 मई के आसपास दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी और इससे सटे दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर एक दबाव में बदलने की संभावना है और बाद में 10 मई तक एक चक्रवाती तूफान में तीव्र होने की संभावना है, जबकि लगभग उत्तर की ओर केंद्रीय खाड़ी की ओर बढ़ रहा है, बंगाल के और उत्तरी अंडमान सागर से सटे।
आईएमडी (IMD) के निदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा, ‘चक्रवाती तूफान शुरू में 11 मई तक उत्तर-उत्तरपश्चिम की ओर मध्य बंगाल की खाड़ी की ओर बढ़ेगा और फिर फिर से मुड़ेगा और उत्तर-पूर्वोत्तर की ओर बांग्लादेश-म्यांमार तट की ओर बढ़ेगा।’ उन्होंने कहा कि मंगलवार को दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और आसपास के अंडमान सागर में 50-60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है।
IMD ने अभी तक इसकी तीव्रता, पथ (intensity and path) और राज्यों पर प्रभाव की भविष्यवाणी नहीं की है। मौसम विभाग के अधिकारियों ने कहा कि ‘मोचा’ प्रारंभिक चरण में है और चक्रवात के अन्य मापदंडों को तभी सार्वजनिक किया जाएगा जब यह एक मजबूत चक्रवात (strong cyclone) में बदल जाएगा।
-चक्रवाती तूफान का तमिलनाडु पर कम असर होगा ‘०००
क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार ‘मोचा’ (Mocha) नाम के चक्रवाती तूफान का तमिलनाडु पर कम असर होगा क्योंकि यह उत्तरी दिशा की ओर बढ़ेगा। डीजी ने स्पष्ट किया कि ओडिशा तट के लिए कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया है और ओडिशा पर सिस्टम के संभावित प्रभाव के बारे में कोई पूर्वानुमान नहीं है।
-‘ संभावित चक्रवात से घबराने की जरूरत नहीं ‘०००
आईएमडी के अधिकारियों ने लोगों से संभावित चक्रवात से घबराने की नहीं बल्कि किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए तैयार रहने का आग्रह किया है। इससे पहले चक्रवाती तूफान ‘फनी’ (Cyclone Fani) ने 3 मई, 2019 को पुरी के पास ओडिशा तट पर दस्तक दी थी। इसने राजधानी भुवनेश्वर सहित तटीय ओडिशा में व्यापक तबाही मचाई थी।
-सुरक्षित स्थानों पर लौटने की सलाह दी जाती है०००
मौसम विभाग ने कहा, ‘दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी और उससे सटे दक्षिण अंडमान सागर में जो लोग हैं उन्हें सुरक्षित स्थानों पर लौटने की सलाह दी जाती है, वहीं मध्य बंगाल की खाड़ी और उत्तर अंडमान सागर के लोगों को नौ मई से पहले लौटने की सलाह दी जाती है।’ उसने 8 मई से 12 मई तक अंडमान निकोबार द्वीपसमूह के पास पर्यटन, तटीय गतिविधियों पर नजर रखने का सुझाव दिया है।
ममता बनर्जी बोलीं-चक्रवात ‘मोचा’ के लिए एहतियाती उपाय किये गये
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को चक्रवात ‘मोचा’ को लेकर लोगों को आश्वासन दिया कि आवश्यक एहतियाती कदम उठाए गए हैं और घबराने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि चक्रवात के राज्य में आने का अनुमान नहीं है।उन्होंने कहा, ‘चक्रवात से घबराने की कोई बात नहीं है… हो सकता है कि यह पश्चिम बंगाल में दस्तक नहीं दे। लेकिन राज्य के तटीय इलाकों को सतर्क रहने को कहा गया है। एहतियात के तौर पर 10 और 11 मई को सुंदरबन और दीघा में अलर्ट जारी किया गया है।’
-11 मई को चक्रवात मोचा बांग्लादेश-म्यांमा तट की ओर बढ़ेगा’***
अलीपुर मौसम विभाग ने कहा है कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने कम दबाव के क्षेत्र का राज्य पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा। बनर्जी ने कहा, ’11 मई को चक्रवात मोचा बांग्लादेश-म्यांमा तट की ओर बढ़ेगा। हालांकि, राज्य के लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, हमने सचिवालय के साथ-साथ कई जिलों में नियंत्रण कक्ष स्थापित किए हैं।’ उन्होंने कहा कि चक्रवात की तैयारियों पर चर्चा के लिए एक बैठक भी हुई। मछुआरों को भी समुद्र में न जाने को कहा गया है।