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. . .तो लखनऊ तक होता पाकिस्तान… वक्फ बोर्ड विवाद के बीच मौलाना का बेतुका बयान…आखिर किसे दे दी चेतावनी

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नई दिल्ली:  :देश में एक बार फिर चुनावी मौसम है, जाहिर है कुछ ऐसी बयानबाजी होगी जो राजनीतिक रूप से हलचल मचा दे. झारखंड और महाराष्ट्र चुनाव के बीच ऐसे बयानों और नारों को उछाला गया जिसने आम लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा।

चुनाव से पहले चले आ रहे वक्फ बोर्ड का मुद्दा भी और तेजी के साथ सुर्खियों में आ गया. मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सचिव मौलाना उमरैन महफूज रहमानी की नीतीश कुमार और चंद्र बाबू नायडू को बड़ी चेतावनी दी है.

रहमानी ने आगे कहा “एक तरफ जहां आप हुकूमत को पैगाम दें वहीं दूसरी तरफ सरकार की सहयोगी दलों को भी बताएं कि वक्फ अमेंडमेंट बिल के खिलाफ आपका किरदार क्या होना चाहिए? नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू को मिल्लत ए इस्लामिया बताए अगर आप हमारे वोटों की ताकत से इक़्तेदार(सत्ता) की कुर्सी तक पहुंचे हैं और अगर आपने मुश्किल वक़्त में हमारा साथ ना दिया तो हम वो हैं जो हम जायेंगे तो नहीं, आपको भी साथ लेकर जाएंगे. हमें हल्का फुल्का मत समझिएगा.”

वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ लगातार विरोध प्रदर्शन देखने को मिल रहा है. सोमवार को दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ आयोजित एक कॉन्फ्रेंस में वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ बोलते हुए पूर्व राज्यसभा सांसद मोहम्मद अदीब ने कहा कि अगर सब मुसलमान जिन्ना के साथ गए होते तो पाकिस्तान लाहौर तक नहीं लखनऊ तक होता. सांसद मोहम्मद अदीब ने वक्फ संशोधन बिल को मुसलमानों पर सबसे बड़ा हमला बताया।

मोहम्मद अदीब ने कहा कि अगर उस वक़्त सब मुसलमान जिन्ना के साथ जाते तो पाकिस्तान लाहौर तक नहीं लखनऊ तक होता, ये अहसान हुकूमत हमारा मानना चाहिए हमने पाकिस्तान को मुख्तसर(छोटा) कर दिया. वक्फ संशोधन बिल पर बोलते हुए मोहम्मद अदीब ने कहा कि जो “लोग पाकिस्तान चले गए. उसका इल्ज़ाम हमें दिया गया. हम मानते है जो पाकिस्तान गए उन्होंने अपनी जिंदगियां बना लीं. लेकिन हमने तो अपना खून बांटा था. हमने जिन्ना को मना किया था. उन्हें ठुकराया था. लियाकत अली खान को नहीं माना था. हमने गांधी और नेहरू को माना था.

अदीब ने आगे कहा, “हमने अपना खून बांटा था. अगर हम जिन्ना के साथ जाते और अगर हम उस वक़्त सब मुसलमान जिन्ना के साथ जाते. ये अहसान तो हमारा हुकूमत को मानना चाहिए कि फिर पाकिस्तान लाहौर तक नहीं लखनऊ तक बनता. हमारा अहसान है हमने पाकिस्तान को मुख्तसर कर दिया और हमें सजा देते हो तुम? हम पर जितने हमले हुए हैं सबसे बड़ा हमला आपकी औक़ाफ़ पर है.”

दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में सोमवार को युवा सेवा समिति नाम के एक संगठन की तरफ से वक्त संशोधन बिल के खिलाफ एक कांफ्रेंस आयोजित की गई थी जिसे “तहफ्फुजे औकाफ कांफ्रेंस”. वक्फ संशोधन बिल को लेकर लगातार मुस्लिम संगठनों का देश के अलग-अलग शहरों में विरोध देखने को मिल रहा है लगातार इसी तरह की कॉन्फ्रेंस अलग-अलग मुस्लिम संगठनों द्वारा आयोजित की जा रही है. सभी मुस्लिम संगठनों ने एक और में कहा है कि वक्फ संशोधन बिल को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

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