Breaking News

आज का आध्यात्मिक सुविचार***

***जेडीन्यूज़ विज़न ***

हमें कठिनाइयों, परीक्षणों और क्लेशों का स्वागत क्यों करना चाहिए? भगवान आज प्रेमपूर्वक हमें स्मरणीय उदाहरणों से याद दिलाते हैं।
एक हीरे को तब बढ़ाया जाता है जब वह कटिंग और फेसिंग की प्रक्रिया से गुजरता है। इसी तरह, सोना, पृथ्वी से अयस्क के रूप में निकाला जाता है, शोधन के बाद शुद्ध और मूल्यवान हो जाता है।
इसी प्रकार जीवन को क्षुद्र से उदात्त बनाने के लिए साधना आवश्यक है। जन्म से कोई विद्वान या गुणवान नहीं होता। विभिन्न प्रयत्नों से ही वह विद्वान और धर्मात्मा बनता है।
सृष्टि में ऐसी बहुत सी चीजें हैं जो स्वाभाविक रूप से खराब हैं। इन्हीं बुरी बातों में से अच्छाई निकलती है। जब कोई किसी चीज़ की इच्छा करता है, तो वह इच्छा किसी और चीज़ के प्रति घृणा से जुड़ी होती है। मनुष्य का जीवन पसंद और नापसंद, अच्छे और बुरे विचारों, मिलन और अलगाव से बंधा हुआ है। इसलिए संसार (सांसारिक जीवन) की तुलना एक विशाल महासागर से की गई है, जिस पर लहरें लगातार मिलन और अलगाव ला रही हैं।
उसी महासागर में मोती और रत्न हैं। इसलिए, हमें जीवन के परीक्षणों और क्लेशों का सामना करना चाहिए और उन पर विजय प्राप्त करनी चाहिए। यदि हम इसमें असफल होते हैं तो हमारा जीवन व्यर्थ हो जाता है। जीवन परीक्षणों से भरा है। यदि ये कठिनाइयाँ न हों, तो जीवन का कोई मूल्य नहीं होगा!
भगवान श्री सत्य साईं बाबा जी द्वारा दिव्य प्रवचन

About admin

Check Also

सेंट जेवियर्स स्कूल प्रांगण में क्लब प्रदर्शनी का किया गया आयोजन…

गोंडा जेडी न्यूज़ विजन हरीश गुप्ता जिला संवाददाता ०बच्चों ने स्वागत गीत के साथ एक …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *