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साहित्य अकादमी ,मध्य प्रदेश संस्कृति परिषद्, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति विभाग, भोपाल द्वारा कैलेंडर वर्ष 2022 एवं कैलेंडर वर्ष 2023 हेतु प्रदेश के लेखक की प्रथम कृति के प्रकाशनार्थ श्रेष्ठ पाण्डुलिपियों की घोषणा कर दी गई है। प्रति पाण्डुलिपि रूपये 20,000-(रूपये बीस हजार)की सहायता अनुदान प्रतिवर्ष कुल 40 पाण्डुलिपियों को दिया जाता है।इस प्रकार दो वर्षों की कुल 80 पाण्डुलिपियों का चयन किया गया है।
साहित्य अकादमी के निदेशक माननीय डाॅ विकास दवे जी ने बताया कि कैलेंडर वर्ष 2022 एवं 2023 हेतु प्रदेश के लेखक की प्रथम कृति प्रकाशन योजना के अंतर्गत काव्य संग्रह , कहानी संग्रह ,लघु कथा ,निबंध संग्रह, दोहा,यात्रा वृतांत , गजल संग्रह आदि विभिन्न क्षेत्रों में दिया जाता है।
इसी क्रम में दतिया की नवोदित साहित्यकारा श्रीमती मंजू खरे के काव्य संग्रह को भी चयनित किया गया है। मंजू खरे एक शिक्षिका व लेखिका हैं जो लेखन क्षेत्र की सभी विधाओं निबंध, लघु कथा,संस्मरण ,बाल गीत, कविता ,गजल , नवगीत आदि पर सृजन करती हैं।
पत्र-पत्रिकाओं में इनकी अनेक रचनाएं प्रकाशित हुई हैं व छात्र जीवन से ही विविध विधाओं में पुरस्कृत व सम्मानित हुई हैं।आकाशवाणी व दूरदर्शन पर इनकी रचनाओं का प्रसारण हो चुका है एवं अनेक साहित्यिक मंचों पर अपनी काव्य प्रस्तुति देती रहती हैं।अनेक सांझा संग्रह माँ सरस्वती, धरती की महक, भारत के वीर सपूत, दर्द की चीख , माँ, पुलवामा के शहीद आदि प्रकाशित हुये हैं।
वर्तमान मे ‘निष्कर्ष पत्रिका ‘ एवं ‘ सबसे प्यारी मेरी हिन्दी ‘ की उपसंपादिका हैं।हाल ही मैं शब्द बहुमुखी प्रतिभा फाउन्डेशन , नेपाल द्वारा ‘हिन्दी काव्य रत्न ‘ की मानद उपाधि से अलंकृत कर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया गया है।
सम्प्रति आप विश्व साहित्य मंच की
उपाध्यक्ष एवं राष्ट्रीय कवि संगम मंच की दतिया जिला महामंत्री हैं। दतिया जिला के सभी प्रबुद्ध साहित्यिक वर्ग ने मंजू खरे जी के चयन पर हार्दिक बधाई देते हुये अपनी शुभकामनाएं प्रेषित की हैं, इनमें दिनेश श्रीवास्तव, कमलकांत जी शर्मा, विनोद मिश्र जी सुरमणि, पूरण लाल जी शर्मा, डाॅ राज गोस्वामी, वरिष्ठ पत्रकार जगत जी शर्मा, रवींद्र सत्यार्थी जी, बसन्त कुमार जी शर्मा , मनीराम जी शर्मा , सुन्दर लाल जी श्रीवास्तव एवं अन्य गणमान्य कवि व शुभचिंतक वर्ग सम्मिलित हैं।