Breaking News

कुल उत्सव समारोह में शामिल हुए केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान…

Jdnews Vision…

रणजीत सिंह की रिपोर्ट…

*पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया नमन…

*विश्वविद्यालय की पत्रिका ‘कन्हार’ सहित कई प्रकाशनों का विमोचन…

*विश्वविद्यालय परिसर में लगाया पौधा…
बिलासपुर, 25 दिसम्बर  : : केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान आज यहां अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित तीन दिवसीय ‘कुल उत्सव’ समारोह में शामिल हुए। उन्होंने विश्वविद्यालय परिसर में पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया। राज्यपाल खान ने विश्वविद्यालय परिसर में पौधा भी लगाया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय की त्रैमासिक पत्रिका ‘कन्हार’ के नये अंक सहित विभिन्न प्रकाशनों का विमोचन भी किया। केंद्रीय आवासन एवं शहरी विकास राज्यमंत्री तोखन साहू ने समारोह की अध्यक्षता की। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री अरुण साव अतिविशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए। विधायक बिलासपुर अमर अग्रवाल, बिल्हा विधायक धरम लाल कौशिक, बेलतरा विधायक सुशांत शुक्ला , कुलपति आचार्य अरूण दीवाकर नाथ वाजपेयी एवं जिला पंचायत अध्यक्ष अरूण सिंह चौहान उपस्थित थे।
राज्यपाल मोहम्मद आरिफ खान ने मां सरस्वती की छायाचित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित कर समारोह का शुभारंभ किया। राष्ट्रगीत एवं विश्वविद्यालय की कुलगीत का सम्मानपूर्वक गायन हुआ। आरिफ मोहम्मद खान ने 100 वीं जयंती पर अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनका नमन किया। उन्होंने कहा कि अटल जी सच्चे जन नायक थे। सभी वर्ग में उनकी समान रूप से स्वीकार्यता थी। जटिल विषयों पर भी वे देशहित में त्वरित निर्णय लेते थे। देश के प्रति उनका योगदान सदैव स्मरणीय रहेगा। उन्होंने अटल जी से जुड़े अपने अनुभवों को लोगों के साथ साझा किया। उन्होंने कहा कि अटल जी के विषय पर बोलना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। वे कुशल राजनीतिज्ञ थे। राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने भारतीय ज्ञान परंपरा पर भी अपने विचार रखें। उन्होंने कहा कि ज्ञान और शिक्षा से आदमी इंसान बनता है। ज्ञान और शिक्षा से ही मनुष्य का विकास संभव है। ये ही सशक्तिकरण का जरिया है। स्वामी विवेकानंद से किसी ने पूछा था जीवन का क्या उद्देश्य है तब उन्होंने कहा था कि जीवन का उद्देश्य ज्ञान प्राप्ति है। भारत की संस्कृति ज्ञान की संस्कृति रही है। भारत ज्ञान का बड़ा केन्द्र रहा है। पूरी दुनिया में भारत को ज्ञान एवं प्रज्ञा के संवर्धन के लिए जाना जाता है। उन्होंने शैक्षणिक एवं अन्य उपलब्धियां हासिल करने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे केन्द्रीय आवासन एवं शहरी विकास राज्य मंत्री तोखन साहू ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं वर्षगांठ पर नमन करते हुए कहा कि अटल जी के जीवन वृत्तांत को शब्दों मे पिरोना कठिन है। अटल जी की जीवनी से प्रेरणा लेकर हमें उनके मार्ग पर चलना चाहिए। अटल जी ऐसे मनीषी थे जो सदियों में एक बार जन्म लेते हैं। संपूर्ण मानवता के कल्याण के लिए उन्होंने काम किया। उन्होंने अटल जी की कविताओं का भी पठन किया। उप मुख्यमंत्री अरूण साव जी ने भी अटल जी को नमन किया। उन्होंने कहा कि वे प्रखर राष्ट्रवाद, जननायक थे। वे अपने दृढ़ संकल्पों के लिए जाने जाते थे। उन्होंने संयुक्त राष्ट्रसंघ में जो भाषण दिया वो राष्ट्रवादिता का प्रतीक है। उन्होंने पोखरण में परमाणु परीक्षण कर भारत को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाया। छत्तीसगढ़ को अलग राज्य का दर्जा दिलाया। आज छत्तीसगढ़ राज्य जो संवर रहा है, बढ़ रहा है यह अटल जी की ही देन है। उनके इन प्रयासों के लिए छत्तीसगढ़ का रोम-रोम उनके लिए कृतज्ञ है। प्रदेश के 187 नगरीय निकायों में अटल परिसर बनाया जा रहा है। अटल संकल्पों के साथ यह विश्वविद्यालय भी आगे बढ़ रहा है।
कार्यक्रम में कुलपति आचार्य अरूण दीवाकर नाथ वाजपेयी ने स्वागत भाषण एवं प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। उन्होंने पौधे भेंट कर अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने इस अवसर पर विश्वविद्यालय की शैक्षणिक एवं अन्य क्षेत्रों में विशिष्ट उपलब्धियों से समारोह को अवगत कराया। आभार ज्ञापन शैलेन्द्र दुबे ने किया। इस अवसर पर कलेक्टर अवनीश शरण, एसपी रजनेश सिंह, नगर निगम कमिश्नर अमित कुमार, जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल, रामदेव कुमावत सहित बड़ी संख्या में विश्वविद्यालय के प्रोफेसर, छात्र-छात्राएं एवं नागरिकगण उपस्थित थे।

About admin

Check Also

वे बना रहे हैं संक्रांति तक इन पदों को भरने की योजना

– वे संक्रांति तक इन पदों को भरने की योजना बना रहे हैं – दूसरे …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *