***जेडीन्यूज़ विज़न ***
मोहनलालगंज/ लखनऊ : : शादी की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी थी, अगले सप्ताह लड़की का तिलक जाना था। तभी अचानक लड़के पक्ष की तरफ से अचानक आए हुए एक फोन कॉल ने पूरी तैयारी भंग कर दी। नगदी की मांग इतनी अधिक थी कि लड़की पक्ष ने शादी न करना ही उचित समझा और पूरी घटना ने निगोहां पुलिस को बताया। पुलिस का कहना कि मामले की जांच की जा रही है।
निगोहां थाना क्षेत्र के भद्दी शिर्ष गांव की निर्मला देवी ने बताया कि उनकी बेटी अश्वनी का विवाह गोसाईगंज के कूड़ा मऊ गांव के अयोध्या प्रसाद के बेटे बलराम के साथ सात माह पूर्व तय हुई थी। आगामी 7 जून को तिलक जाना था और 22 जून शादी होनी थी। लड़के पक्ष की तरफ से एक लाख रुपये और अपाचे बाइक की मांग की गई थी। इस पर लड़की पक्ष की बहुत मिन्नतों के बाद 50 हजार और बाइक मिलने पर बात मान कर विवाह के लिए तैयार हुए । लड़की के विवाह के लिए तैयारियां होने लगी। निमंत्रण के लिए परिचितों और रिश्तेदारों को निमंत्रण दे दिया गया। 7 जून को लड़की का तिलक जाना था, पूरी तैयारी के बाद लड़के के पिता ने अपने लड़के की नौकरी लगाने की बात कहकर 12 लाख रुपए की और मांग की और कहा कि जब नौकरी लग जाएगी तो विवाह कर दूंगा, इस पर लड़की पक्ष ने पैसे देने में असमर्थता जताई तो
लड़के पक्ष ने विवाह करने से इनकार कर दिया।पीड़ित लड़की पक्ष लोगों ने पूरे मामले की शिकायत निगोहा पुलिस के साथ-साथ एसीपी मोहनलालगंज से शिकायत की। पुलिस मामले की जांच कर रही।