*** जेडीन्यूज़ विज़न ***
विशाखापट्टनम: : नई दिल्ली से प्राप्त सूचना के तहत आगे राज्यसभा में भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद और भारतीय जनता पार्टी उत्तर आंध्र प्रदेश के प्रभारी जीवीएल नरसिम्हा राव ने आईटी विभाग को लेकर प्रश्नकाल के दौरान आईटी शाखा मंत्री राजीव चंद्रशेखर से प्रश्न किया! उत्तर में केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक और सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री ने राज्यसभा सांसद श्री जीवीएल नरसिम्हा राव द्वारा पूछे गए प्रश्न के उत्तर में कहा कि 2012 में प्रदेश राज्य से 80 निर्यात का मूल्य केवल 926 करोड रुपए था! यह भारत से आईटी निर्यात का केवल0.14 प्रतिशत है! पिछले 5 वर्षों के दौरान आईटी निर्यात में आंध्र प्रदेश की हिस्सेदारी हमेशा0.2 प्रतिशत से कम रही है!
आंध्र प्रदेश और विशाखापट्टनम देश में प्रमुख आईटी हब के रूप में विकसित होने की क्षमता के बारे में पूछे जाने पर नेशनल एसोसिएशन आफ सॉफ्टवेयर एंड सर्विसेज कंपनीज( नासकॉम) के अनुसार आंध्र प्रदेश के लिए अच्छा बुनियादी ढांचा विशाल निर्यात के अनुकूल वातावरण है श्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा!
आंध्र प्रदेश में अन्य उस्मायन केंद्रों के बारे में पूछे जाने पर श्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि आंध्र प्रदेश में आईसीटी स्टार्टअप समर्थन करने के लिए प्रौद्योगिकी उस्मायन और उद्यमियों का विकास( टाइड)2. योजना के तहत पांच उस्मायन केंद्र काम कर रहे हैं! इसके अलावा एस टी पी आई के 3 उस्मायन केंद्र है! मंत्री ने कहा कि आंध्र प्रदेश में काकीनाडा विजयवाड़ा तिरुपति और विशाखापट्टनम में एसटीपीआई केंद्र हैं!
विशाखापट्टनम में सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क ऑफ़ इंडिया एसडीपीआई फुल स्केल है! केंद्रीय मंत्री ने कहा!
विशाखापट्टनम में सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क ऑफ़ इंडिया के पूर्ण विकसित इनोवेशन सेंटर की स्थापना मैं देरी के कारणों के बारे में पूछे जाने पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि एसटीटीपी आई और आंध्र प्रदेश इनोवेशन सोसायटी( एपी आईएस) ने एक संयुक्त निरीक्षण किया था! लेकिन सही सईट नहीं दिखाई गई! उन्होंने कहा कि आंध्र विश्वविद्यालय जनवरी 2023 में विशाखापट्टनम में अत्याधुनिक एन टीपीआई इनोवेशन सेंटर स्थापित करने के लिए एनटीपीसी को 1 एकड़ जमीन उपलब्ध कराने पर सहमत हो गए हैं!
इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए राज्यसभा सांसद श्री जीवीएल नरसिम्हा राव ने खेद व्यक्त किया कि देश में आंध्र प्रदेश आईटी जनशक्ति का हिस्सा 10% है! लेकिन आईटी निर्यात में इसकी हिस्सेदारी0.2 प्रतिशत से कम है!
उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य सरकार को चाहिए इसके प्रति सकारात्मक प्रयास करनी चाहिए जिसके कारण बेरोजगार युवक अन्य राज्यों में पलायन नहीं करना पड़े उन्होंने कहा कि राज्य सरकार हर विषय में विफल रही है! आंध्र प्रदेश के अधिकतर बेरोजगार युवक बगल के राज्यों में काम कर रहे हैं!