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बाराबंकी : : डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक शनिवार दोपहर बाद करीब 2:50 बजे अचानक बाराबंकी जिला अस्पताल की इमरजेंसी में पहुंच गए। भर्ती मरीजों को मिलने वाली स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लिया।
उनको निरीक्षण में तमाम खामियां मिलीं। इंजेक्शन कक्ष में कांच व गंदगी पड़ी मिली। प्रशिक्षुओं को डस्टबिन का प्रयोग करने की सलाह दी और कई बेड पर चादर न मिलने पर कर्मचारियों को फटकार लगाई। स्वास्थ्य मंत्री और प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक को अस्पताल में अचानक देख कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। इमरजेंसी के गेट के बगल में ही ईएमओ (इमरजेंसी मेडिकल अफसर) कक्ष था। वहां पर वह जाकर खड़े हुए और पूछा कि अब तक कितने मरीज आए।
मौके पर मौजूद कर्मचारियों ने तत्काल रजिस्टर दिखाते हुए कहा कि अब तक 82 मरीज सुबह से इलाज कराने आए हैं। डिप्टी सीएम ने पूछा इसमें कितने गंभीर थे, जिनको रेफर किया गया, कर्मचारियों ने कहा कि अब तक ऐसा कोई मरीज नहीं आया। डिप्टी सीएम भर्ती रजिस्टर से मरीजों का मिलान करते हुए वार्ड पहुंचे। वार्ड में कई बेड पर चादर नहीं पड़ी थी। इस पर पूछा चादर डालने की जिम्मेदारी किसकी है? तत्काल सभी बेड पर चादर डालिए। किसी मरीज को कोई परेशानी न हो, इसके सख्त निर्देश दिए। बेंच पर एक महिला को भर्ती कर उपचार किया जा रहा था। डिप्टी सीएम ने कहा कि मरीज को प्राथमिक उपचार कर तत्काल वार्ड में भर्ती कराएं। उसके बाद वह ड्रेसिंग कक्ष और इंजेक्शन कक्ष पहुंचे। यहां पर इंटर्नशिप कर रहे छात्र इंजेक्शन तोड़कर फर्श पर ही कांच बिखर रहे थे, जिसको देख उन्होंने सफाई कर डस्टबिन का प्रयोग करने के निर्देश दिए। उसके बाद वह इमरजेंसी की दूसरी मंजिल पर पहुंचे। वहां भर्ती मरीजों का हाल-चाल जाना। हादसे में घायल बुजुर्ग से पूछा कि कब भर्ती हुए? उसने बताया 2 दिन पहले। इलाज और अन्य सुविधाओं की जानकारी ली तो मरीज ने कहा सब ठीक है। वार्ड में कई जगहों पर गंदगी मिली, जिस पर डिप्टी सीएम ने फटकार लगाते हुए नियमित साफ-सफाई रखने के निर्देश दिए। करीब 15 मिनट के निरीक्षण में जो खामियां मिलीं उन्हें सुधारने को कहा।