***जेडीन्यूज़ विज़न ***
नई दिल्ली : : द्वारका जिला पुलिस ने जीजा साला गिरोह के ऐसे बदमाशों को दबोचा है जो एटीएम से पैसे निकालने आए लोगों को मदद के नाम पर ठगी का शिकार बनाते थे और फिर इनके खाते से रकम उड़ा लेते थे।
आरोपितों में दो सोनू व संदीप रिश्ते में जीजा- साला हैं। तीसरे आरोपित का नाम जानी है। इनके पास से 113 एटीएम कार्ड, दो पेटीएम मशीन बरामद हुई है। आरोपित कई राज्यों में वारदात अंजाम दे रहे थे। इनके पास से 23,500 रुपए नकद भी बरामद हुए हैं।
द्वारका जिला पुलिस उपायुक्त एम हर्षवर्धन ने बताया कि 23 मार्च को को नजफगढ़ थाने मे ठगी की एक शिकायत दर्ज हुई। शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया कि वे एटीएम से पैसे निकाल रहे थे, उसी दौरान दो अज्ञात युवकों ने उन्हें बातों में लगाकर उनका कार्ड बदल लिया और उनके खाते से 10,500 रुपये निकाल लिए। इलाके में एटीएम कार्ड बदलकर लोगों के खाते से रकम उड़ाने के अनेक मामलों को देखते हुए वाहन चोरी निरोधक दस्ता को आरोपितों की पहचान व उन्हें पकड़ने की जिम्मेदारी दी गई।
खंगाले गए सीसीटीवी फुटेज***
दस्ते के प्रभारी इंस्पेक्टर कमलेश के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया। टीम घटना स्थल पर पहुंची और सीसीटीवी फुटेज खंगालने शुरू किए। इसके आधार पर आरोपितों की पहचान कर ली गई। 29 मार्च को टीम को सूचना मिली कि एटीएम कार्ड बदलने वाला एक आरोपित बाबा हरिदास नगर के सैनिक एंक्लेव में आया है। सूचना के बाद टीम मौके पर पहुंची। यहां से पुलिस ने संदीप व जानी उर्फ राकी को गिरफ्तार किया।
पूछताछ में इन्होंने अपना अपराध स्वीकार किया। इनके पास से विभिन्न बैंकों के 26 एटीएम कार्ड बरामद हुए और एक पेटीएम मशीन भी बरामद हुई। इनसे पूछताछ के आधार पर गिरोह के सरगना सोनू कुमार को गिरफ्तार किया गया। इसके पास से 23,500 रुपये भी बरामद हुए। साथ ही एक पेटीएम मशीन और 87 एटीएम कार्ड बरामद हुए। आरोपितों से पूछताछ में पता चला कि सोनू पर लखनऊ में ठगी के मामले दर्ज हैं। यह कुछ दिन पहले ही जेल से बाहर आया है। सोनू का साला संदीप है। तीनों आरोपितों की गिरफ्तारी से पुलिस ने 14 मामले सुलझाने का दावा किया है।
पकड़ में आने पर कर लेते थे समझौता०००
पूछताछ में आरोपितों से पुलिस को पता चला कि इन्होंने कार्ड बदलकर ठगी के काले धंधे से जुड़ी बातें राजेश नामक आरोपित से सीखी। राजेश लखनऊ में ऐसे अपराध करता है। इन्होंने बताया कि ठगी के शिकार अधिकांश लोग पुलिस में शिकायत नहीं करते हैं। यदि कोई शिकायत करता या पकड़ लेता तो यह लोग उनसे समझौता कर लेते थे और उसका पैसा लौटा देते थे। अब पुलिस राजेश का पता लगा रही है।