***जेडीन्यूज़ विज़न ***
० गृहस्थी का सामान तोड़फोड़ कर फेंका बाहर, दी धमकी, निगोहां थाना क्षेत्र के परसपुर ठ_ा गांव का मामला०००
० पीड़ित परिजनों ने पांच दिन पहले एसीपी से शिकायत कर की थी कार्यवाही की मांग, नहीं हुई सुनवाई०००
मोहनलालगंज/लखनऊ : :- निगोहां थाना क्षेत्र के परसपुर ठ_ा गांव निवासी कुलदीप ने बताया वो अपने परिवार के साथ पिता स्व0 रामचरन को ननिहाल में 2008 में मिले घर में अपने परिवार के साथ रह रहा था। कुलदीप ने बताया उसके सगे चाचा राम गोपाल ने बाबा गरीबेदास से उनके जिंदा रहते उतरावा के गंढ़ी गांव की पूरी पैतृक जमीन अपने नाम लिखा ली थी, जिसके एवज में परसपुर ठ_ा गांव का घर छोड़ दिया था और उसके पिता स्व. रामचरन को दे दिया था कहा था हमें यहां से कोई मतलब नही, जिसके बाद से वो अपने परिवार सहित उस घर में रह रहा था। पीड़ित कुलदीप का आरोप है 11 अप्रैल को करीब 7 बजे चाचा रामगोपाल प्रधान पति मातादीन गौतम के साथ आये ओर घर को खाली करने को कहा,जब उसने कहा पिता के जिंदा रहते उनके सामने ही आप ने यहा कि सम्पत्ति से कोई वास्ता ना होने की बात भी कही थी,जिसके बाद गुस्साये चाचा ने प्रधानपति के साथ मिलकर उसका सारा सामान घर से बाहर निकालकर फेक दिया ओर जबरन घर के मुख्य गेट पर ताला जड़ दिया। वही उसकी गृहस्थी का सारा सामान टूट-फूट गया। पीड़ित कुलदीप का आरोप है जिसके बाद उसने निगोहां पुलिस से शिकायत कर घर वापस दिलाये जाने के साथ कार्यवाही की मांग की लेकिन प्रधान के दबाब में आयी पुलिस ने उसकी एक ना सुनी। जिसके बाद उसने एसीपी राज कुमार सिहं से उनके कार्यालय में मिलकर शिकायत कर कार्यवाही की मांग की। एसीपी ने निगोहां पुलिस को जांच कर कार्यवाही किये जाने के निर्देश भी दियें लेकिन पांच दिन से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी पुलिस ने कोई कार्यवाही नही की। वही पूरे मामले में इंस्पेक्टर विनोद यादव से कार्यवाही ना किये जाने के बारे में पुछा गया तो उनका कहना था चाचा ने अपना मकान कुछ साल पहले कुलदीप को देख रेख के लिये दिया था लेकिन वो कब्जा कर जबरन रहने लगा था ओर खाली नही कर रहा था,लेकिन जब उनसे परिवार को घर से बाहर निकालकर गृहस्थी फेककर तोड़ने समेत जबरन ताला लगाने के मामले में कार्यवाही के बारे में पुछा गया तो बटवारे के मामले में न्यायालय का दरवाजा खटखटाने की बात कहकर पल्ला झांड़ लिया।