***जेडीन्यूज़ विज़न ***
लखनऊ : : राजधानी के दिलावर नगर रेलवे ट्रैक पर 10 अप्रैल को नर्स का शव पड़ा मिला था। इस मामले में नर्स की मां ने रंजिश में हत्या करने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया था।
जांच में नामजद आरोपियों की भूमिका नहीं निकली। नर्स के मोबाइल की कॉल डिटेल खंगालने पर तीन संदिग्ध नम्बर मिले। एक नम्बर नर्सिंग होम संचालक अंकित सिंह का था। आरोप है कि अंकित ने अमित अवस्थी और दिनेश मौर्य की मदद से गला दबा कर नर्स की हत्या की थी। हत्या को हादसे का रंग देने के लिए नर्स का शव रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया था।
एडीसीपी पश्चिम चिरंजीव नाथ सिन्हा ने बताया कि अतरौली निवासी डॉ. अंकित सिंह और रहीमाबाद निवासी अमित कुमार अवस्थी को दबोचा गया। अमित ने बताया कि उसने नर्स की नौकरी अंकित के नर्सिंग होम में लगवा दी थी। नर्स के अंकित से संबंध हो गए। इसका अमित ने विरोध किया। इस बीच नर्स की दोस्ती मनकौटी निवासी दिनेश मौर्य से भी थी। इसके बाद तीनों लोगों ने 10 अप्रैल को हत्या कर दी थी। 11 अप्रैल को नर्स का शव को दिलावर नगर रेलवे ट्रैक के पास मिला था।
पुलिस के मुताबिक नर्स रजनी, अंकित सिंह के अस्पताल में काम करती थी। वहीं दोनों का प्रेम सम्बन्ध हो गया। कुछ दिन बाद यह बात उसके दूसरे प्रेमी दिनेश मौर्य को पता चल गई। उसने यह बात उसके तीसरे प्रेमी अमित अवस्थी को बता दी। अमित अवस्थी और दिनेश मौर्य ने गुस्से में आकर अंकित को फोन कर दिया। दोनों ने अंकित को नर्स से अपने प्रेम सम्बन्धों के बारे में बता दिया। इसके बाद तीनों ने रजनी की हत्या की साजिश रची। अमित ने नर्स को फोन कर बुलाया और रेलवे लाइन के किनारे ले जाकर उसकी हत्या कर दी।