नई दिल्ली: :पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत के सिंधु जल समझौता रद्द किए जाने के बाद से पूरे पाकिस्तान में हाहाकार मचा हुआ है। पहले से ही सिंध प्रांत में पानी संकट की वजह से भारी प्रदर्शन हो रहा है। इसके बाद कमजोर मानसून की वजह से इस साल किसानों के लिए सिंचाई का संकट भी गहरा गया है। सिंधु जल समझौता रद्द होने की वजह से पाकिस्तान की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं। पानी की कमी की वजह से कृषि संकट और खाद्यान्न की कमी से भी पड़ोसी देश को जूझना पड़ सकता है। पाकिस्तानी अधिकारियों ने आशंका जताई है कि चेनाब नदी से पानी का प्रवाह कम होता है, तो इसका असर कृषि समेत पूरे देश की अर्थव्यवस्था पर नजर आएगा।
पाकिस्तान की राजनीति में इस वक्त सिंधु जल समझौता बड़ा मुद्दा बन गया है। इमरान खान की पार्टी के सांसद सैयद अली जफर ने समझौता रद्द किए जाने पर इसे वॉटर बम बताते हुए कहा था कि इसका जल्द समाधान होना चाहिए। ऐसा नहीं होता है, तो भूखे मरने की नौबत आ सकती है। अब किसानों को भी सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी नहीं मिलने का डर सताने लगा है।