जेडी न्यूज विज़न….
कविता –
समय नहीं बिताना तुझे आना है !
—–
आज नहीं कल आने का,
रास्ता नहीं खींचना लंबा,
रे पानी अब समय नहीं है,
बिताने का, तुझे आना है।।
हर तरफ स्वागत में नैन बिछे हैं,
धरती सूखी पानी को तरस रही,
सूखे, खेत-खलिहानों में बेसब्री
मची हुई सब मेघ बरसों घनघोर।।
जन-जन प्यासा, वन-वन अग्नि
प्रचंड धूप से घमक रही ओ मेघ,
तुम्हें निमंत्रण है प्रचंड ताप से हमें
बचाओ, आओ बरसों और हर्षाओ।।
पंछी आए, फुदके, नाचे गाए, पशुओं
की प्यास बुझे, खेत-खलिहान कृषक
देख मस्ती से बौराये, हरियाली बिखरे,
खत्म करो बेज़ारी अनमनापन तो हटे।।
– मदन वर्मा ” माणिक ”
इंदौर, मध्यप्रदेश
दिनांक 15.06.2025