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***जेडीन्यूज़ विज़न ***
लखनऊ : : प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना ने लोगों को काफी राहत दी है। इस परियोजना के तहत खुले जन औषधि केंद्रों पर जहां सस्ती दवाईयां मिल रही हैं, वहीं सभी दवाईयों की उपलब्धता भी है। काफी कम दाम पर दवाईयां मिल जाने से तीमादारों को करीब तीन से चार गुना पैसों की बचत हो रही है।
जन औषधि केन्द्र के एक संचालक ने बताया कि इसकी बढ़ती लोकप्रियता से रोजना नए ग्राहकों की संख्या बढ़ रही है। शुरूआत में ग्राहक कम आते थे, लेकिन जैसे-जैस इस योजना का प्रचार हो रहा है, वैसे-वैसे ग्राहकों की संख्या बढ़ रही है।
लखनऊ आम्रपाली बाजार में खुले जन औषधि केंद्र पर बुधवार को डाईबिटीज की दवाई खरीदने आए बुर्जुग के.एन.बख्शी ने बताया कि बाजार में खुली अन्य दुकानों की तुलना में इन औषधि केंद्रों में काफी कम दाम पर दवाईयां मिल जाती है। या कहें एक तिहाई व चौथाई कम दाम तक दवाईयां मिल जाती है। यहीं पेट में गैस की दवाई खरीदने आई पूनम ने बताया कि यहां काफी कम दाम पर दवाईयां मिल रही हैं। उन्होंने बताया कि जो दवाई मेडिकल स्टोर पर 120 रूपये की थी, वो यहां 57 रूपये में मिली। इसके अलावा कई दवाई तो 12 रूपये में ही मिल जाती है। बताया कि यहां कई दिनों से दवाई लेने आ रही हूं। दवाईयों के खर्च पर तो काफी बचत हो गई है। अनीता ने बताया कि इन औषधि केंद्रों के खुल जाने से बड़ा फायदा हुआ है। हर घर में कोई न कोई बीमार तो रहता ही है। जन औषधि केन्द्रों से दवाई पर हो खर्च पर काफी कटौती हुई है।
आषधि केंद्र के संचालक शुभम बताते हैं कि लखनऊ में सबसे पहले मेरा ही स्टोर खुला है। इस समय तो शहर में लगभग 70 से 80 जन औषधि केन्द्र होंगे। बताते हैं जबसे इस स्टोर के बारे में लोगों को जानकारी होना शुरू हुई है, चार-पांच ग्राहक रोज बढ़ ही रहे हैं। शुभम बताते हैं कि यहां अन्य दवाई की दुकानों की तुलना में यहां पर दवाई के दामों में भारी अंतर है। मान कर चलें बाजार में 10-12 हजार कीमत की जो दवाईयां होंगी, वह यहां पर दो से तीन हजार में मिल जाएंगी। तीमारदारों को दवाईयों के खर्च में हो रही कटौती से काफी बचत हो रही है। उन्होंने बताया कि बीपी और मधुमेह की दवाईयों पर ज्यादा फोकस रहता है, क्योंकि इसके मरीज ज्यादा आते हैं। उल्लेखनीय है कि केद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार बनने के बाद सस्ती कीमतों पर गुणवत्ता वाली जेनेरिक दवाओं की उपलब्धता बढ़ाने के लिए भारतीय जन औषधि केन्द्र परियोजना की शुरूआत की गई।