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विशाखापत्तनम: :जिला कलेक्टर एम.एन. हरेंद्र प्रसाद ने ब्रेन डेड लोगों के परिवारों से उनके अंग दान करके एक उदाहरण स्थापित करने का आह्वान किया है। उन्होंने गुरुवार को विश्व किडनी दिवस के अवसर पर आरके बीच पर जीवन दान एपी द्वारा आयोजित वॉक थान अंग दान जागरूकता कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। इस कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने कहा कि एक ब्रेन डेड व्यक्ति के अंग दान से 8 अलग-अलग रोगियों को आवश्यक अंग मिल सकते हैं। अब तक 4312 लोग जीवन दान के माध्यम से विभिन्न अंगों की प्रतीक्षा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष अंगदान से 210 लोगों का इलाज किया गया। उन्होंने कहा कि वे आवेदन करने वालों को पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर उपलब्ध सीटें उपलब्ध करा रहे हैं। गुर्दे, जो शरीर से अपशिष्ट को शुद्ध करते हैं, को संरक्षित करने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि पहले उनकी बायीं किडनी में भी पथरी थी और उचित उपचार से वह ठीक हो गई थी। प्रत्येक व्यक्ति को दिन में कम से कम 3 लीटर पानी पीना चाहिए और सही समय पर पेशाब करना चाहिए। कार्यक्रम में भाग लेने वाले शहर के पुलिस आयुक्त डॉ. शंख भारत बागची ने कहा कि उनका पुलिस विभाग अस्थायी रूप से ग्रीन चैनल नामक एक आपातकालीन सड़क परिवहन प्रणाली स्थापित करेगा ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि अंग समय पर संबंधित अस्पतालों तक पहुंचें और मरीजों के साथ पूरा सहयोग किया जाएगा। उन्होंने कहा कि विदेशों में हृदय रोगियों पर कृत्रिम हृदय प्रत्यारोपित किए गए हैं और उनकी सफलतापूर्वक सर्जरी भी की गई है।
उन्होंने कहा कि इसी प्रकार, सूअर के हृदय को मनुष्य में प्रत्यारोपित करने संबंधी प्रयोग भी सफल रहे हैं। इन नीतियों को हमारे देश में आने में कुछ समय लग सकता है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जीवन थान के राज्य समन्वयक एवं वीआईएमएस निदेशक डॉ. रामबाबू ने कहा कि वीआईएमएस अस्पताल में हाल ही में हुई सफल लिवर ट्रांसप्लांट सर्जरी ने यह साबित कर दिया है कि सरकारी क्षेत्र के अस्पताल भी निजी अस्पतालों से कमतर नहीं हैं। उन्होंने कहा कि डॉक्टरों द्वारा किसी मरीज को ब्रेन डेड घोषित करने की प्रक्रिया बहुत जटिल है और इसे सरल बनाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि एनटीआर आरोग्य श्री के माध्यम से लगभग सभी अस्पतालों में अंग प्रत्यारोपण सर्जरी निःशुल्क की जाएगी। जरूरतमंद लोगों को इस अवसर का लाभ उठाना चाहिए। कार्यक्रम में केजीएच अधीक्षक डॉ. शिवानंद, आंध्र मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. संध्या देवी और अन्य लोग शामिल हुए। इसके बाद, कई निजी अस्पतालों के डॉक्टरों और कर्मचारियों तथा कई मेडिकल कॉलेजों के छात्रों ने वाईएमसीए रैली निकाली और अंगदान के महत्व पर जोर दिया।