Jdñews Vision…
उस प्यार को कुछ तो नाम दे,जो मिला भी नही और बिछड़ गया।
मेरा दर्द ही बेहिसाब है,जो भी मिला मुझे वो सिहर गया।
मेरे कत्ल का ही सामान था, मैं जहां गया, मैं जिधर गया।
उस प्यार को कुछ तो नाम दे,जो मिला भी नही और बिछड़ गया।
एक रूह फंसी रही जंजाल में,ये जिस्म कब का सम्भल गया।
जो भी आया करीब मेरे प्यार में वही प्यार से फिर निकल गया।
उस प्यार को कुछ तो नाम दे,जो मिला भी नही और बिछड़ गया।
किसी बात का है मुझे गिला नही, मेरे इश्क में भी एक लिबाज़ था।
मुझे फ़क्र अपनी वफ़ा पर है उन्हें बेवफाई पर भी न मलाल है।
उस प्यार को कुछ तो नाम दे, जो मिला भी नही और बिछड़ गया।
कोई लुट गया, कोई खुश लूट कर,यही तो इश्क का कमाल है।
जिन्हें मलने को न गाल है, उनके हाथ में ही गुलाल है।
डॉ मनीष वर्मा प्रवक्ता उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी सहकारिता प्रकोष्ठ…