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*अपने परंपरागत जल स्रोतों का करें संरक्षण: पद्मश्री उमाशंकर पांडेय…
उरई: जालौन: : अनुरागिनी संस्था ने अपने जल चेतना अभियान के अंतर्गत जनपद जालौन के डकोर विकास खंड के ग्राम टिमरों में पानी की पाठशाला, जल के लिए रैली, और सरोवर हमारी धरोहर कैंपेन का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य ग्रामीणों को जल संरक्षण के महत्व से अवगत कराना और उन्हें इस दिशा में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रेरित करना था। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पद्मश्री जल योद्धा उमाशंकर पांडे उपस्थित रहे। उन्होंने कहा, “जल के बिना जीवन की कल्पना असंभव है। हमें अपने परंपरागत जल स्रोतों का संरक्षण कर आने वाली पीढ़ियों के लिए जल की उपलब्धता सुनिश्चित करनी होगी। जल ही जीवन है। इसके बिना मानव सभ्यता की कल्पना भी असंभव है। हमें यह समझना होगा कि जल संरक्षण केवल एक विकल्प नहीं, बल्कि हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। अगर आज हम जल के महत्व को नहीं समझेंगे और इसे बचाने के लिए ठोस कदम नहीं उठाएंगे, तो आने वाली पीढ़ियां हमें कभी माफ नहीं करेंगी। यह समय है कि हम सामूहिक रूप से जल स्रोतों का संरक्षण करें और इसे राष्ट्रीय संपदा के रूप में संजोएं। अनुरागिनी संस्था द्वारा जल चेतना अभियान के माध्यम से किया जा रहा यह प्रयास प्रशंसनीय है। यह न केवल ग्रामीणों को जागरूक करेगा बल्कि जल संरक्षण के प्रति उनकी जिम्मेदारी भी सुनिश्चित करेगा।
कार्यक्रम में होमगार्ड के जिला कमांडेंट राजेश सिंह और खंड विकास अधिकारी रमेश चंद्र शर्मा सहायक विकास अधिकारी रमेश उ दैनि या। ए डी आर के प्रदेश संयोजक अनिल शर्मा यू एन डी पी के जिला प्रबंधक अजय महटेले जिला केंद्रीय सहकारी उपभोक्ता भंडार के अध्यक्ष उपेन्द्र सिंह राजावत राजेंद्र सिंह भदौरिया सतीश सिंह सेंगर नेत्र पाल सिंह राजपूत भी उपस्थित रहे। उन्होंने अनुरागिनी संस्था के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम ग्रामीण समुदायों को जल संरक्षण के प्रति जागरूक बनाने में अत्यंत सहायक हैं। पानी की पाठशाला में ग्रामीणों को जल संरक्षण के पारंपरिक और आधुनिक उपायों की जानकारी दी गई। इसके अलावा, जल के लिए रैली में बच्चों और ग्रामीणों ने “जल बचाओ, जीवन बचाओ” और “पानी है तो कल है” जैसे नारों के माध्यम से जागरूकता फैलाई। सरोवर हमारी धरोहर कैंपेन के अंतर्गत गांव के सरोवर की सफाई की गई और उसके संरक्षण के लिए ठोस कदम उठाए गए।
अनुरागिनी संस्था के अध्यक्ष डॉ. प्रवीण सिंह जादौन ने अपने संबोधन में कहा, “यह कार्यक्रम जल संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। जल हमारे जीवन का आधार है, और इसे संरक्षित करना हम सबकी जिम्मेदारी है। अनुरागिनी संस्था का यह अभियान ग्रामीण क्षेत्रों में जल चेतना फैलाने और सामुदायिक भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है।”
यह कार्यक्रम ग्रामीण समुदाय की सक्रिय भागीदारी और जल संरक्षण के प्रति जागरूकता के उद्देश्य से अत्यंत सफल रहा। अनुरागिनी संस्था ने जल चेतना अभियान को अन्य गांवों और क्षेत्रों में भी विस्तार देने का संकल्प लिया है।