*** जेडीन्यूज़ विज़न ***
नई दिल्ली (एजेंसी) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका की प्रथम महिला जिल बाइडन ने वर्जीनिया के अलेक्जेंड्रिया में नेशनल साइंस फाउंडेशन का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने अमेरिका और भारत के छात्रों से वार्ता की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मुझे बेहद खुशी है कि मुझे यहां आते ही इतने युवा और क्रिएटिव लोगों से जुड़ने का मौका मिला है। जिल बाइडन ने इतना व्यस्त होने के बावजूद इस कार्यक्रम का आयोजन किया, मैं इसके लिए आभारी हूं। उन्होंने कहा कि हमारी वर्तमान और आने वाली पीढ़ियों को एक बेहतर भविष्य सुनिश्चित करना हम सभी का दायित्व है, इस उज्जवल भविष्य के लिए शिक्षा, स्कीम, इनोवेशन आवश्यक है और भारत में हमने इस दिशा में कई प्रयास किए हैं।
विकास का इंजन साबित होगी भारत-US की साझेदारी- पीएम मोदी०००
पीएम मोदी ने कहा कि हमारा लक्ष्य इस तकनीकी दशक (Techade) बनाने का है। आज भारत-अमेरिका को ग्रोथ की गति बनाए रखने के लिए एक पाइपलाइन ऑफ टैलेंट की भी जरूरत है। जहां एक ओर अमेरिका के पास उच्च कोटि के शिक्षण संस्थान और तकनीक हैं तो वहीं भारत के पास विश्व की सबसे बड़ी युवा फैक्ट्री है। इसलिए मुझे विश्वास है कि भारत और अमेरिका की साझेदारी सस्टेनेबल और इंक्लूसिव ग्लोबल ग्रोथ का इंजन साबित होगी।
जिल बाइडन बोलीं- पीएम मोदी का US में स्वागत है०००
वहीं, अलेक्जेंड्रिया में नेशनल साइंस फाउंडेशन में अमेरिका की प्रथम महिला जिल बाइडन ने पीएम मोदी का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि अमेरिका में प्रधानमंत्री मोदी आपका स्वागत है। इस आधिकारिक दौरे से हम दुनिया के सबसे पुराने और सबसे बड़े लोकतंत्र को साथ ला रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारे रिश्ते सिर्फ सरकारों के बीच नहीं है, हम परिवारों और दोनों देशों के बीच दोस्ती का जश्न मना रहे हैं।
पीएम मोदी और मेरे दिल के करीब है शिक्षा का मुद्दा- जिल०००
जिल बाइडन ने कहा कि अमेरिका-भारत साझेदारी गहरी और विस्तृत है क्योंकि हम वैश्विक चुनौतियों से संयुक्त रूप से निपटते हैं। शिक्षा एक ऐसा मुद्दा है जो प्रधानमंत्री मोदी और मेरे दिल के करीब है। पीएम मोदी यह सुनिश्चित करने के लिए काम करते हैं कि सभी भारतीय विशेष रूप से लड़कियों को शिक्षा जारी रखने का अवसर मिले ताकि वो आधुनिक कार्यबल के लिए पर्याप्त शिक्षा प्राप्त कर सके।
भारत और अमेरिका के बीच बंधन की आधारशिला है शिक्षा’०००
जिल बाइडन ने कहा कि अगर हम चाहते हैं कि हमारी अर्थव्यवस्था मजबूत हो तो हमें उन युवाओं में निवेश करने की जरूरत है जो हमारा भविष्य हैं। हमें यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि उनके पास वे अवसर हों जिनके वे हकदार हैं। शिक्षा भारत और अमेरिका के बीच बंधन की आधारशिला है। दोनों देशों के छात्र एक-दूसरे के साथ सीख रहे हैं और बढ़ रहे हैं। कंधे से कंधा मिलाकर काम करते हुए, हमारे राष्ट्र सभी के लिए एक सुरक्षित, स्वस्थ, अधिक समृद्ध भविष्य बना सकते हैं।