***जेडीन्यूज़ विज़न ***
एलडीए के उपाध्यक्ष डा. इन्द्रमणि त्रिपाठी के निर्देश पर एलडीए के दस्ते ने चलाया ध्वस्तीकरण अभियान०००
० रेस्त्रां संचालक व उसके गुर्गों ने किया एलडीए की टीम पर हमलाए उपाध्यक्ष ने दिये एफआईआर दर्ज कराने के आदेश०००
० सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक चली कार्रवाई में खाली करायी गयी 20 हजार वर्गमीटर जमीन०००
लखनऊ: : विकास प्राधिकरण द्वारा शनिवार को ऐशबाग इंडस्ट्रियल एरिया में अभियान चलाकर इम्प्प्रूवमेंट ट्रस्ट की लगभग 500 करोड़ रूपये कीमत की जमीन कब्जामुक्त करायी गयी। इस दौरान अवैध कब्जेदारों द्वारा एलडीए की टीम पर हमला करते हुए कार्रवाई में बाधा पहुंचाने का भी प्रयास किया गया। लेकिनए अधिकारियों व कर्मचारियों ने बिना पीछे हटे कार्रवाई जारी रखी और लगभग एक दर्जन से अधिक अवैध निर्माण व अतिक्रमण को ध्वस्त करके 20 हजार वर्गमीटर जमीन को कब्जामुक्त कराया।
लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डा. इन्द्रमणि त्रिपाठी ने बताया कि लखनऊ इम्प्प्रूवमेंट ट्रस्ट द्वारा ऐशबाग इंडस्ट्रियल एरिया योजना के भूखण्ड संख्या 1 का पट्टा दिनांक 1 सितम्बर 1921 से 90 वर्षों की अवधि के लिए गुरू
बख्श सिंह के पक्ष में औद्योगिक प्रयोजन के लिए दिया गया थाए जिसकी पट्टा अवधि वर्ष 2011 में समाप्त हो गयी थी। वर्तमान में कुछ लोगों द्वारा उक्त भूखण्ड के अलग-अलग हिस्से में अवैध रूप से कब्जा करके व्यवसायिक उपयोग किया जा रहा था। जिसके खिलाफ कार्रवाई करते हुए जमीन को कब्जामुक्त कराने के आदेश दिये गये थे।
इसके अनुपालन में आज नजूल अधिकारी अरविंद त्रिपाठी के नेतृत्व में प्राधिकरण की टीम ने अवैध कब्जों, अतिक्रमण को हटाने का अभियान चलाया। इस दौरान उक्त भूखण्ड पर अवैध कब्जा करके बनाये गये पंजाब लॉन के मालिक मुकेश शुक्लाए इनके परिजनों व सहयोगियों ने प्राधिकरण की टीम पर हमला करते हुए कार्रवाई में बाधा डालने का प्रयास किया। लेकिनए भारी विरोध के बीच एलडीए के दस्ते ने कार्रवाई जारी रखी और पंजाब लॉन समेत कार वर्कशॉप, पेंट कंपनीए गोदाम व फैक्ट्री समेत सभी अवैध निर्माणों को पूरी तरह ध्वस्त करके जमीन को खाली करा लिया। नजूल अधिकारी ने बताया कि ऐशबाग स्थित चित्ताखेड़ा के भूखण्ड संख्या.3-2 एवं 3-3 का पट्टा भी निरस्त किया जा चुका था और इसमें भी कुछ लोगों द्वारा अवैध कब्जे कर रखे गये थे। आज कार्रवाई के दौरान उक्त भूखण्ड को भी खाली कराकर प्राधिकरण द्वारा कब्जे में ले लिया गया। उन्होंने बताया कि खाली कराये गये इन दोनों भूखण्डों का क्षेत्रफल 20 हजार वर्गमीटर हैए जिसकी वर्तमान कीमत लगभग 500 करोड़ रूपये है। नजूल अधिकारी अरविंद त्रिपाठी ने बताया कि इम्प्प्रूवमेंट ट्रस्ट की भूमि पर अवैध कब्जा मुक्त करने प्राधिकरण की टीम पर हमला करके कार्रवाई में बाधा पहुंचाने वाले लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करायी जा रही है।