Breaking News

विचारक्रांति साहित्य सेवा संस्थान ने खुर्जा के वरिष्ठ कवि डॉ. विश्वम्भर दयाल अवस्थी को साहित्य वीर गौरव सम्मान से सम्मानित किया

विचारक्रांति साहित्य सेवा संस्थान ने खुर्जा के वरिष्ठ कवि डॉ. विश्वम्भर दयाल अवस्थी को साहित्य वीर गौरव सम्मान से सम्मानित किया l
बुलंदशहर जिले के प्रतिष्ठित शिक्षाविद एवं कवि डॉ. विश्वम्भर दयाल अवस्थी को राजकुमार जायसवाल ” विचारक्रांति “के नेतृत्व में विचारक्रांति साहित्य सेवा संस्थान सिंगरौली, मध्यप्रदेश द्वारा हिंदी साहित्य के प्रसिद्ध कवि गुरु गोबिंद सिंह की स्मृति में आयोजित “विचारक्रांति कविता लेखन प्रतियोगिता ” श्रेष्ठ सृजन के लिए “साहित्य वीर गौरव सम्मान ” से सम्मानित किया गया l विचारक्रांति साहित्य सेवा संस्थान, सिंगरौली, मध्यप्रदेश द्वारा आयोजित ऑनलाइन प्रतियोगिता में “मेरा राष्ट्र -भाग्य विधाता ” विषय पर आमंत्रित आवेदन के आधार पर 471 कविताओं में से डॉ. विश्वम्भर दयाल अवस्थी की कविता का चयन किया गया है l डॉ. विश्वम्भर दयाल अवस्थी के कविता चयनित होने पर राजकुमार जायसवाल ” विचारक्रांति ने बधाई व शुभकामनायें देते हुए कहा कि -“संस्थान को आपके रचनात्मकता, सृजनशीलता,, सकारात्मक व श्रेष्ठ चिंतन पर गर्व है l आपके जादुई शब्द समाज में फैली अन्धविश्वासों, विसंगतियों, समस्याओं को उजागरकर समाधान में सहायक होंगी, जो भारत को 2047 में विकसित राष्ट्र बनने की ओर अग्रसर करेगा l” डॉ. विश्वम्भर दयाल अवस्थी खुर्जा नगर के जे. ए – एस. इंटर कॉलेज में शिक्षक हैं, जिनका साहित्य समाज की जड़ों और प्रकृति व उनके परिवेश से जुड़कर लिखा गया हैl इनकी रचनाएँ दर्जनों साझा काव्य संकलनों में प्रकाशित हो रहीं हैं l तथा विभिन्न पत्र -पत्रिकाओं में भी निरंतर प्रकाशित कि जा रहीं हैं l डॉ, अवस्थी रेडियो आकाशवाणी केंद्र और दूरदर्शन से भी जुड़े हुए हैं l गौरतलब है कि इस सम्मान से पूर्व भी इन्हें लगभग 30 राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय सम्मानों से सम्मानित किया जा चुका है l “साहित्य वीर गौरव “सम्मान के लिए चयनित होकर जिले का गौरव बढ़ाने के लिए नगरबासियों एवं मित्रों द्वारा बधाइयाँ दी गयी हैं l

About admin

Check Also

सांता क्लाज ने सुनी दादी नानी की कहानी…

Jdnews Vision… लखनऊ : :  खेल-खेल में शिक्षा और बच्चों को नैतिक मूल्यों की प्रेरणा …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *