Jdnews Vision…
०बिजली कंपनियों शीघ्र बिजली बिल सुविधा, बीमा योजना लागू हो – राकेश पाठक…
मध्यप्रदेश विद्युत कर्मचारी संघ फेडरेशन के महामंत्री राकेश डी पी पाठक ने कहा कि संस्थान, उघोग की प्रगति और समृद्धि के लिए अपने जीवन का अमूल्य समय, योगदान देने वाले होते हैं पेंशनर्स। प्रशासन और प्रबंधन को उनके सम्मान एवं समस्याओं के समाधान के लिए सकारात्मक सोच से कार्य करना चाहिए। पेंशनरों को मंहगाई राहत नियमित कर्मियों के साथ ही देना चाहिए। उन्हें बिजली कंपनियों में पूर्व मिल रही बिजली बिल में राहत सुविधा को पुनः प्रारंभ करना चाहिए।
राकेश पाठक ने कहा कि मध्यप्रदेश पुनर्गठन 2000 की धारा 49 (6) का विलोपन किया जाएं जिससे मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ राज्य के लगभग सात लाख पेंशनरों को राज्य कर्मचारियों को देय तिथि से ही महंगाई राहत का लाभ मिल सके।
पाठक ने कहा कि पेंशनरों को 65, 70,75,80,85,90,95, और 100 वर्ष के साथ ही क्रमशः 5 प्रतिशत,10 प्रतिशत, 15 प्रतिशत, 20 प्रतिशत, 30 प्रतिशत, 40 प्रतिशत, 40 प्रतिशत, 50 प्रतिशत, 100 प्रतिशत का अतिरिक्त लाभ दिया जाए।
राकेश पाठक ने कहा कि 31 दिसंबर और 30 जून को सेवा निवृत्त होने वाले 2023 के पूर्व के सभी कार्मिकों जो वर्तमान में सेवानिवृत्त पेंशनर्स है उन्हें भी एक -एक वेतन-वृद्धि का लाभ दिया जाए । अर्थात सत्र 2023 की बाध्यता समाप्त की जाए
नई पेंशन योजना (एनपीएस) को खत्म किया जाए, पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) को बहाल किया जाए और सभी को सामाजिक सुरक्षा प्रदान की जाए।
महामंत्री राकेश पाठक ने कहा कि देश के सभी सेवा निवृत्त 65 वर्ष की आयु वाले पेंशनर्स को आयुष्मान योजना का लाभ दिया जाए।
राकेश पाठक ने कहा कि बिजली कंपनियों में शीघ्र पेंशनरों के लिए कैशलैस स्वास्थ्य बीमा योजना लागू करना चाहिए।
कम्यूटेशन कटौती की अवधि पर वर्तमान में चल रहे ब्याज दर अनुसार निर्धारित किया जाना चाहिए।
फेडरेशन के महामंत्री राकेश डी पी पाठक ने कहा कि इसके अलावा भी पेंशनर्स की अनेक मांगें, समस्याएं हैं किन्तु हमें पूरा विश्वास है कि सरकार और बिजली सेक्टर के अतिरिक्त मुख्य सचिव ऊर्जा, एवं सभी बिजली कंपनियों के प्रबंध संचालक गणों द्वारा जल्द से जल्द संवेदनशील बनकर सकारात्मक सोच के साथ उचित कदम उठाया जाएगा, जिससे सम्माननीय पेंशनरों की मांगों, समस्याओं का समाधान हो सकेगा।
यह जानकारी फेडरेशन के प्रवक्ता मदन वर्मा ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में दी