***जेडीन्यूज़ विज़न ***
हमें अपने जीवन के सभी पहलुओं में परमेश्वर के हाथ को देखने का अभ्यास क्यों करना चाहिए, चाहे वह धूप हो या बारिश परमेश्वर आज स्पष्ट शब्दों में प्रेमपूर्वक हमारा मार्गदर्शन करते हैं!
अच्छा और बुरा – सब कुछ ईश्वर की इच्छा है। हमें दोनों में अंतर करना चाहिए। लोगों का मानना है कि ईश्वर की इच्छा से अच्छी घटनाएं ही होती हैं, दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं नहीं। इस संसार में कोई भी केवल मीठा या कड़वा ही भोजन नहीं करता है। मीठा और कड़वा दोनों तरह का भोजन सभी लोग करते हैं। दूसरे शब्दों में, हर कोई अच्छे और बुरे दोनों का अनुभव करता है। अगर हम जांच करें तो पता चलेगा कि कड़वा अनुभव जरूरी है! तभी हमें शांति, संतोष और आनंद का मूल्य पता चलेगा। मुश्किलें और खुशियां साथ-साथ चलती हैं। उन्हें कोई अलग नहीं कर सकता। खुशी अकेले कहीं भी मौजूद नहीं होती है। कठिनाइयों पर विजय प्राप्त करने के बाद ही सुख मिलता है। एक बच्चा जल्द ही एक दिन दादा-दादी बनेगा। लेकिन दोनों व्यक्ति अलग नहीं हैं। इसी प्रकार जो हमारे भीतर अच्छा है वह बुरा हो सकता है और जो बुरा है वह अच्छा बन सकता है। हमारी अपनी दीयाता ही, हमारी अपनी दीयाता ही, हमारी भक्ति का करती है। जब हम खुद को देवत्व से दूर करते हैं, तो हम खुद को राक्षसों और जानवरों की योनि में डाल देते हैं।
भगवान श्री सत्य साईं बाबा जी द्वारा दिव्य प्रवचन