*प्रधानमंत्री ने भाजपा के ४४वें स्थापना दिवस के अवसर पर १० लाख से अधिक भाजपा कार्यकर्ताओ को डिजिटली संबोधित किया
०६ अप्रैल को यह सम्बोधन संयोग वश भगवान हनुमान जी के जन्मोत्सव के शुभ दिन पर हुआ।*
एक प्रकार से २०२४ के लोकसभा चुनाव अभियान की शुरुआत ही इसे माना जाए।
प्रधानमंत्री ने भगवन हनुमान की विशिष्टताओं और सद्गुणों की चर्चा की।महान हनुमान जी मूल रूप में नम्रता की प्रतिमूर्ति थे। परंतु राक्षसों और आतताइयों के लिए वे भयानक रूप से अति कठोर थे। प्रधानमंत्री ने कहा कि हनुमान जी को अपने अथाह बल की विस्मृति हो जाती थी। तब उनके विशिष्ट बल की उन्हें याद करायी जाती थी। आज भारत भगवन हनुमान की ताकत को अपनाकर आगे बढ रहा है।
प्रसंग को आगे बढाते हुए मोदी जी ने कहा जिस प्रकार हनुमान जी ने क्रोधित होकर लंका को जलाया उसी प्रकार आज भ्रष्टाचार और परिवारवाद को समाप्त करना है।
बिंदुओं के अत्यंत लोकप्रिय देव हनुमान जी के जन्मोत्सव की चर्चा कर सम्पूर्ण हिन्दू समाज की भावविभोर कर दिया मोदी जी ने। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार और परिवारबाद को जड़ से उखाड़ कर फेक देना होगा। प्रधानमंत्री ने बीड़ा उठा लिया है इन दुर्गुणों के सम्पूर्ण सर्वनाश के लिए। देश की अधिकांश पार्टियां परिवारवाद के भीषण रोग से ग्रस्त हैं।उनका इशारा कांग्रेस, राजद, सपा, डी एम के, उद्धव ठाकरे की शिवसेना, एन सी पी, के सी आर की पार्टी आदि की ओर था।
भाजपा के सम्बंध में मोदी ने कहा कि यह लोकतंत्र की को कोख से जन्मी है। यही तो कारण है कि यहां परिवारवाद नहीं है या कोई भ्रष्टाचार का आरोप भी नहीं लगा पाता है।
प्रधानमंत्री ने आत्म विश्वास के साथ कहा कि २०२४ में तो भाजपा जीतेगी ही।किन्तु उन्होंने अति आत्म विश्वास से बचने को कहा।उन्होंने कहा कि विपक्ष हर गन्दा हथकंडा अपनाएगा हमें हराने के लिए। हम सभी को अलर्ट रहना है।
उन्होंने जहाँ की २०३० में भाजपा का ५० वां स्थापना दिवस होगा। हमें अभी से उसकी तैयारी करनी है।सोचिये मोदी २०२९ चुनाव की तैयारी के किये अभी से कार्यकर्ताओं को प्रेरित कर रहे हैं। यही है भाजपा और दूसरे दलों के बीच के सोच का अंतर।
इस बार हनुमान भगवन का जन्मोत्सव पूरे देश में बड़े पैमाने पर हुआ।प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर साफ साफ़ कह दिया कि भ्रष्टाचार और परिवारवाद को उखाड़ कर ही दम लेंगे। प्रधानमंत्री ने कहा इन्हीं अवगुणों से जुड़ा है जातिवाद और वंशवाद।