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लखनऊ 19 जून : : विधि विषय से जुडे़ संकाय सदस्यों की अकादमिक जानकारी को समृद्ध करने, शिक्षण को प्रोत्साहित करने और उनके पेशेवर कौशल को विकसित करने के लिए एमिटी लॉ स्कूल, एमिटी विश्वविद्यालय लखनऊ परिसर द्वारा ‘विधि के क्षेत्र में संबंधित विषयों के समामेलन का महत्व’ पर सात दिवसीय राष्ट्रीय संकाय विकास कार्यक्रम (एफडीपी) का उद्घाटन किया गया।
कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि प्रो. (डॉ.) एस. शांताकुमार, निदेशक, गुजरात नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, मुख्य वक्ता प्रो. (डॉ.) प्रीति सक्सेना, निदेशक, स्नातकोत्तर कानूनी अध्ययन केंद्र, मानवाधिकार विभाग, बीबीएयू , लखनऊ, डिप्टी प्रो वीसी एमिटी यूनिवर्सिटी लखनऊ, विंग. कमांडर (डॉ.) अनिल कुमार तिवारी, डीन एकेडमिक्स, एमिटी यूनिवर्सिटी, लखनऊ प्रो. (डॉ.) राजेश के. तिवारी और निदेशक एमिटी लॉ स्कूल डॉ. जेपी यादव ने दीप प्रज्वलित कर एफडीपी का उद्घाटन किया.
अतिथियों का स्वागत करते हुए डॉ. जेपी यादव ने कहा कि एमिटी ला स्कूल द्वारा आयोजित यह पांचवां राष्ट्रीय एफडीपी कार्यक्रम है। इस एफडीपी को इसमें प्रतिभाग करने वाले संकाय सदस्यों को कानूनी डोमेन से संबंधित विषयों के साथ अद्यतन करने के लिए विशेष तौर पर डिज़ाइन किया गया है।
उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए प्रोफेसर राजेश के तिवारी ने कहा कि इस एफडीपी का विषय बहुत महत्वपूर्ण है, मानव मूल्यों की खोज के साथ-साथ फैकल्टी को विकसित करना विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
डिप्टी प्रो वीसी विंग कमांडर डॉ. अनिल कुमार तिवारी ने कहा कि आप जो भी छोटे से छोटा काम करते हैं वह आपकी पहल और रूचि को दर्शाता है। एक बार जब कोई कार्य आप राइट नोट पर शुरू कर देंगे, तो उसके परिणाम दुनिया बदलने वाले होंगे। उन्होंने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग हमारा आने वाला भविष्य हैं। लेकिन बतौर कानूनविद् और शिक्षक हमें इससे जुडे़ कानूनी पहलुओं को अभी से जानना होगा। इस बात पर चर्चा की जानी चाहिए कि कानून एआई से संबंधित मुद्दों से कैसे डील करेगा।
मुख्य अतिथि प्रोफेसर एस. शांता कुमार ने कहा कि कानून को एकाकी विषय के रूप में नहीं पढ़ा जाना चाहिए, यह हमेशा अन्य विषयों के साथ होना चाहिए। प्रो सांताकुमार ने कहा कि यदि आप कानून के क्षेत्र में समामेलन का अध्ययन करना चाहते हैं, तो वर्तमान मुद्दों के बारे में भी सोचें।
सप्ताह पर्यंत चलने वाले इस कार्यक्रम में देश भर से 250 से अधिक प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। कार्यक्रम का आयोजन ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों में किया जा रहा है।
इस उद्घाटन सत्र में संकाय सदस्यों के साथ-साथ सभी एचओआई और एचओडी उपस्थित थे।